RBI KO MILE NAYE GOVERNOR SANJAY MALHOTRA : आर.बी.आई. को मिले नए गवर्नर – संजय मल्होत्रा : 1 दिसंबर को संजय मल्होत्रा संभालेंगे आर.बी.आई. के गवर्नर का कार्यभार. अर्थात अब श्री संजय मल्होत्रा भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर होंगे जिसे केंद्रीय कैबिनेट ने सोमवार को नए गवर्नर के रूप में उनके नाम पर मुहर लगा दी है. श्री संजय मौजूदा गवर्नर श्री शक्तिकांत दास की जगह लेंगे।
RBI KO MILE NAYE GOVERNOR SANJAY MALHOTRA:
नियुक्ति तीन साल के लिये होगी. वर्तमान में श्री मल्होत्रा रेवेन्यू सचिव के पद पर हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने मल्होत्रा को अगले तीन वर्षों के लिए आरबीआई के गवर्नर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। वह 11 दिसंबर, 2024 को अपना कार्यभार संभालेंगे। मौजूदा गर्वनर डॉ. शक्तिकांत दास के छह वर्षों का कार्यकाल 10 दिसंबर, 2024 को समाप्त होगा। डॉ. दास आरबीआई के इतिहास में सबसे लंबे समय तक गवर्नर के पद पर आसीन रहने वाले दूसरे स्थान पर रहेंगे।
RBI KO MILE NAYE GOVERNOR SANJAY MALHOTRA: : केंद्र एवं राज्य सरकार की वित्तीय स्थिति का श्री संजय मल्होत्रा जी का अनुभव बहुत गहरा है. वे वर्ष 1990 के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। अपने कैरियर में उन्होंने बिजली, सूचना प्रौद्योगिकी व वित्त जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों में सेवाएं दी हैं। राजस्व सचिव बनने से पहले वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग में भी वह काम कर चुके हैं।
पढ़ाई : यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण होने से पहले वह आईआईटी (कानपुर) से कंप्यूटर साइंस में स्नातक रह चुके हैं। वित्त मंत्रालय के उच्च अधिकारी को आरबीआई के गवर्नर के पद पर नियुक्त करने की परंपरा काफी पुरानी है। संजय मल्होत्रा उस समय भारत के केंद्रीय बैंक के गवर्नर की जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं, जब आरबीआई के समक्ष यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि वह महंगाई पर ज्यादा ध्यान दे या सुस्त होती अर्थव्यवस्था को तेजी लाने पर।
वित्त मंत्री की मांग : विगत एक महीनों के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ब्याज दरों को घटाने की मांग की है। इन्होंने दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर, 2024) में आर्थिक विकास दर के घटने की वह से यह मांग की है, ताकि कर्ज को सस्ता करके आर्थिक विकास की रफ्तार तेज की जा सके। आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समीक्षा समिति ने पिछले शुक्रवार को लगातार 11वीं बार ब्याज दरों को स्थिर ही रखने का फैसला किया है।
ले सकते हैं कई अहम फैसले
लेने होंगे महत्वपूर्ण फैसले : सम्भावना जताई जा रही है की आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा के कार्यकाल में बहुत गंभीर फैसले लेंगे या लेना ही पड़ेगा. बहुचर्चित क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बैंकिंग सेक्टर में ऑर्टफिशिएल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग जैसी प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल, डिजिटल करेंसी का विस्तार जैसे मुद्दे हैं शीर्ष पढ़ें। आरबीआई में इन मुद्दों पर आतंरिक विमर्श चल रहा है।
RBI क्तीया है :
यह रिजर्व बैंक (RBI) भारत का केंद्रीय बैंक है, जो देश की मुद्रा, वित्तीय प्रणाली और भुगतान प्रणाली के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। RBI की स्थापना 1935 में हुई थी और यह पूरी तरह से भारत सरकार के स्वामित्व में है। RBI के कार्यों में शामिल हैं: मुद्रा प्रबंधन: बैंक नोटों के मुद्दे को विनियमित करना और देश की मुद्रा का प्रबंधन करना मौद्रिक स्थिरता: मौद्रिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भंडार बनाए रखना वित्तीय प्रणाली पर्यवेक्षण: देश की वित्तीय प्रणाली का पर्यवेक्षण भुगतान प्रणाली पर्यवेक्षण: देश की भुगतान प्रणाली का पर्यवेक्षण सार्वजनिक ऋण प्रबंधन: सार्वजनिक ऋण का प्रबंधन बैंकिंग: सरकार और बैंकिंग प्रणाली के लिए बैंकर के रूप में कार्य करना बैंक रिजर्व विनियमन: बैंक रिजर्व को विनियमित करना RBI का केंद्रीय कार्यालय मुंबई में स्थित है, जहाँ गवर्नर बैठते हैं और नीतियाँ बनाई जाती हैं। RBI के मामलों को भारत सरकार द्वारा नियुक्त केंद्रीय निदेशक मंडल द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
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