Easter Sunday

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Introduction to Easter Sunday

🌸 ईस्टर संडे: पुनरुत्थान और आशा का पर्व

ईस्टर संडे ईसाई धर्म का एक पवित्र और सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है, जो यीशु मसीह के पुनरुत्थान (Resurrection) की स्मृति में मनाया जाता है। यह पर्व हर वर्ष गुड फ्राइडे के तीसरे दिन, यानी रविवार को आता है, और यह आशा, नवीनीकरण और आध्यात्मिक विजय का प्रतीक है।

✝️ ईस्टर का धार्मिक महत्व

ईसाई मान्यता के अनुसार, यीशु मसीह को गुड फ्राइडे के दिन क्रूस पर चढ़ाया गया था, और तीसरे दिन वे मृतकों में से पुनर्जीवित हुए। ईस्टर इस अद्भुत पुनरुत्थान का उत्सव है, जो यह सिखाता है कि अंधकार और मृत्यु के बाद भी जीवन और प्रकाश की विजय होती है।

यह पर्व आत्मिक नवीनीकरण, प्रार्थना, और धार्मिक सेवा के माध्यम से मनाया जाता है। चर्चों में विशेष मध्यरात्रि की प्रार्थनाएं, संपूर्ण बाइबल वाचन, और मोमबत्ती जुलूस आयोजित किए जाते हैं।

🐣 ईस्टर के प्रतीक और परंपराएं

ईस्टर के दौरान कई प्रतीकों और परंपराओं का विशेष महत्व होता है:

  • ईस्टर अंडे – जीवन और पुनर्जन्म का प्रतीक
  • ईस्टर बनी (खरगोश) – नव जीवन और प्रजनन का संकेत
  • मोमबत्तियाँ – यीशु को ‘जगत का प्रकाश’ दर्शाती हैं
  • ईस्टर ब्रंच और भोज – उपवास के बाद आनंद का प्रतीक

बच्चों के लिए ईस्टर एग हंट (अंडा खोज प्रतियोगिता) एक बहुत लोकप्रिय खेल होता है।


भारत में ईस्टर का उत्सव

भारत में ईसाई समुदाय ईस्टर को बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाता है। यह पर्व देश के विभिन्न हिस्सों में स्थानीय परंपराओं और व्यंजनों के साथ मनाया जाता है:

🌴 गोवा

गोवा में ईस्टर पारंपरिक और रंग-बिरंगे ढंग से मनाया जाता है। चर्चों में मध्यरात्रि की विशेष प्रार्थनाएं होती हैं। लोग सजावटी अंडे, मोमबत्तियाँ और पारंपरिक मिठाइयाँ जैसे बेबिंका और डोडोल बनाते हैं।

🌾 केरल

केरल में, खासकर सिरियन ईसाई समुदाय में, ईस्टर को ‘पुथुन्जया’ कहा जाता है। सुबह की ‘कुर्बाना’ (पवित्र मिस्सा) के बाद उपवास तोड़कर भव्य भोजन किया जाता है जिसमें अप्पम और स्टू जैसे व्यंजन होते हैं।

🏙️ मुंबई और पुणे

यहां के चर्चों में विशेष सेवाएं होती हैं, जैसे माउंट मैरी चर्च और सेंट थॉमस कैथेड्रल। कई लोग ईस्टर एग हंट्स और पारिवारिक ब्रंच का आयोजन करते हैं।

⛰️ पूर्वोत्तर भारत

नागालैंड, मिज़ोरम और मेघालय जैसे राज्यों में ईस्टर गॉस्पल गायन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और सामूहिक भोज के साथ मनाया जाता है।

🌅 तमिलनाडु

चेन्नई और कन्याकुमारी में चर्चों को सजाया जाता है। धार्मिक गीत, नाट्य मंचन और मोमबत्ती जलूस जैसे कार्यक्रम आयोजित होते हैं।


🌼 ईस्टर: एक सार्वभौमिक संदेश

ईस्टर केवल ईसाइयों के लिए ही नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है जो आशा, विश्वास और पुनरारंभ में विश्वास रखता है। भारत में, विविध धर्मों और संस्कृतियों के लोग एक-दूसरे को “हैप्पी ईस्टर” कहकर बधाई देते हैं, जो हमारे समाज की समावेशिता को दर्शाता है।


✍️ निष्कर्ष

ईस्टर संडे केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि मानवता, प्रेम और पुनर्जागरण का उत्सव है। यह हमें सिखाता है कि हर अंधकार के बाद एक नई सुबह होती है। आइए, इस ईस्टर हम सभी मिलकर आशा और एकता के इस संदेश को अपने जीवन में अपनाएं।

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